Thursday, January 8, 2009

22. श्री राजल माता

श्री राजल माता - मैया श्री करनी माता का साक्षात अवतार थी , बीकानेर महाराजा पृथ्वी सिंह की अराध्य देवी थी ! महामाया राजल जोउदाजी चारण की पुत्री थी , चौराडा प्रान्त गुजरात मे उस समय साक्षात बालिका रूप मे विराजमान थी ! बीकानेर घराना हमेशा करनी माता काउपासक रहा हे ! राजा मैया के अनन्य भक्त थे ! उन्होंने राजल रूपेण श्री करनी माता का साक्षात दर्शन करने वहा पधारे ! देवयोग से महाराजाका घोड़ा राजल बाई के घर के पास मर गया ! उसी समय बालिका राजल बाई ने घोडे को अपने तपोबल से जीवित कर दिया ! राजा इसचमत्कार से प्रभावित होकर राजल शक्ति का महँ उपासक बन गया ! देवी ने मुस्कराते हुवे कहा भाई पृथ्वी , तुम्हे कभी भयानक परेशानी आजाए तब मुझे याद कर लेना ! ऐसा बताया जाता हे की जब दिल्ही बादशाह अकबर ने एक नवरोजा प्रथा चलायी थी इसका मतलब तो सभीविध्वान जानते हे ! उस समय नवरोजा नामक प्रथा थी , जिसे चारणी राजल शक्ति ने अपने तपोबल से बंद करवाया , एसे अनेको चमत्कारमैया ने किए थे !

पीथल करी पुकार , आई राजल उदाई ! दीपे चौराड़ौ देश , सुणी अर्ज सुरराइ !
नवरोजा ले नार , अकबर गत अलखाई ! सीहनी रूप सजाय , गढ़ दिल्ही गणणाई !
सुणी धाक पातसाह सठ , पीर पैगम्बर पलट गया ! तुंरत क्षमा प्रथा तजी , भुपतिया प्रशन भया !!

3 comments:

om said...

REALLY GREAT THANKFULL TO U CHARANS FROM ALL RAJPUT DYNASTY,,,,,PLS GIVE DETAIL ABT RAJL BAISA MIRACLE ON THIS BLOG$ oblige

Unknown said...

It's really amazing..

Unknown said...

हे जगदम्बा महा शक्ति में सदैव चारण कुल में ही जन्म पाऊं।।।। धन्य हैं।।।जय मां करणी जय मां बीरवड़ राय जय मां राजल बाईसा।।।जय माता जी की सा।